पालिका के चार ठेकेदारों के ईओ ने कतरे पर, लगाया प्रतिबंध
-टैंडरों में एफडीआर का नियम विरुद्ध प्रयोग के लगे आरोप
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका में प्रस्तावित निर्माण कार्यों की ई-निविदाओं में शातिराना अंदाज दिखाते हुए नियम विपरीत दस्तावेज लगाने वाले चार ठेकेदारों के खिलाफ पालिका प्रशासन ने कार्यवाही का निर्णश् लिया है। चेयरपर्सन के सख्त रवैये पर पालिका ईओ ने इन चारों आरोपी ठेकेदारों के पर कतरने का काम किया है। उन्होंने हाल ही में पालिका प्रशासन द्वारा प्रस्तावित 110 निर्माण कार्यों की निविदा प्रक्रिया में चारों ठेकेदार फर्मों को प्रतिबंधित करते हुए भविष्य में विभागीय कार्यवाही की चेतावनी जारी कर दी है।
नगरपालिका परिषद् ने लोस चुनाव की आचार संहिता से पूर्व नगरीय विकास को 102 निर्माण कार्यों को हरी झण्डी दी गई थी। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप का प्रयास था कि आचार संहिता से पहले इन निर्माण कार्यों को शुरू कराया जाये। इसके लिए निर्माण विभाग की ओर से चेयरपर्सन के आदेश पर इन निर्माण कार्यों की ई-निविदा निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी, जिसमें 11 दिन प्रक्रिया के आधार पर निविदा आमंत्रित की गई, लेकिन कुछ सभासदों ने इसे नियमों के विपरीत बताते हुए कम से कम 21 दिन प्रक्रिया के नियम का हवाला देते हुए निरस्त करने की मांग की तो यह निविदा प्रक्रिया रोक दी गई थी। चुनाव निपटने के बाद 102 निर्माण कार्यों को धरातल पर लाने के लिए चेयरपर्सन के आदेश पर निर्माण विभाग एई अखंड प्रताप सिंह ने ई-निविदा आमंत्रित की, लेकिन 102 में से केवल 15 निर्माण कार्यों की ई-निविदा ही खुल पाई, जबकि अन्य निविदा एक या दो ठेकेदार तथा फर्जी एफडीआर होने के कारण निरस्त कर दी गई। इस बीच निर्माण विभाग लिपिकों ने ई निविदाओं में ठेकेदार फर्मों प्रपत्रों की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया। इसी फर्जीवाडे पर ई निविदाओं को निरस्त करना पड़ा।
मामले में चेयरपर्सन की सख्ती के बीच पालिका ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बुधवार को जांच में दोषी पाये गये चारों ठेकेदारों को नोटिस जारी करते हुए आगामी दिनों में खुलने वाली ई निविदाओं में इन फर्मों के भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि राज्य वित्त आयोग की धनराशि के अन्तर्गत बोर्ड से पारित 102 निर्माण कार्यों के लिए 23 फरवरी को निर्माण विभाग द्वारा ई-निविदा आमंत्रित की गई थी। इस जांच में पाया कि कई ठेकेदारों ने ई निविदा में नियमों के विपरीत जाते हुए फर्जी तरीके से एफडीआर लगाई है। जिसके कारण ऐसे सभी ठेकेदारों की ई निविदाओं को निरस्त किया गया। उन्होंने बताया कि ये फर्म राज्य वित्त एवं 15वें वित्त के अन्तर्गत आगामी दिनों में 85 व 25 कुल 110 निर्माण कार्यों की निविदा प्रक्रिया में प्रतिभाग नहीं करेंगे। इसके लिए ठेकेदारों को नोटिस भेजे गये हैं।
इन्होंने कहा-
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि 102 निर्माण कार्यों की ई निविदा में निर्माण विभाग में पंजीकृत ठेकेदार फर्म शिव कन्सट्रक्शन के शानू चौधरी निवासी भरतिया कालोनी, बुढीना खुर्द निवासी नवीन कुमार कान्ट्रैक्टर, कम्बलवाला बाग नई मंडी निवासी श्याम कुमार कान्ट्रैक्टर और प्रेमपुरी निवासी रोबिन गोयल कान्ट्रैक्टर को नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया कि इन चारों ठेकेदार फर्म द्वारा 102 निर्माण कार्यों की ई निविदाओं में फर्जी एफडीआर लगाने का कृत्य किया गया है।