अल्लाह की बारगाह में सजदे को ईदगाह पर झुके हजारों सिर
ईदगाह पर विश्व शांति एवं अमन-चैन की मांगी दुआएं बकरीद पर जनपद में मुश्तैद दिखाई दिया पुलिस-प्रशासन
मुजफ्फरनगर। ईद-उल-अजहा यानि बकरीद पर सोमवार को शामली रोड स्थित ईदगाह समेत अन्य तमाम मस्जिदों में नमाज अदा की गई। इस बीच अल्लाह की बारगाह में हजारों लोगों के सिर सजदे में झुके। नमाज के बाद विश्व शांति एवं देश में अमन, एकता और खुशहाली के साथ बारिश के लिए दुआ की गई। वहीं लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इबादत के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। जनपद में नगर मुख्यालय से गांव-देहात व कस्बों तक हरओर ईद-उल-अजहा की धूम रही। जिले भर में बकरीद पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। सभी मस्जिदों और ईदगाह पर पुलिस बल तैनात रहा। वहीं अधिकारियों के साथ टीम बनाकर भ्रमण पर रहे, वहीं डीएम व एसएसपी हर स्थिति पर अपनी नजर बनाए रहे।
नगरीय मुख्यालय पर बकरीद की मुख्य नमाज शामली रोड पर ईदगाह में अदा की गई। नमाज अदा करने को ईदगाह में सुबह से सफेद व रंग बिरंगे परिधानों में सजे-धजे नमाजियों का पहुंचना शुरू हो गया। इस बीच ईदगाह से बाहर नमाज अदा करने वालों को हटाया गया। शामली रोड स्थित ईदगाह में सुबह 6.30 बजे ईद-उल-जुहा की मुख्य नमाज शुरू हुई। शहर काजी तनवीर आलम ने नमाजियों को कानून का पालन करने के प्रति आगाह करते हुए सहयोग की अपील की। उन्होंने अल्लाह से मुल्क में अमन-चैन कायम रखने के साथ इंसानों में एक-दूसरे के प्रति मौहब्बत पैदा करने की दुआएं मांगी। ईदगाह पर नमाज अदा कराते हुए मुफ्ती खलीर्लुरहमान ने लोगों को खिताब किया। ईद उल अजहा बकरीद का त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 12वें महीने जुल-हिज्जा के 10वें दिन मनाया जाता है। बकरीद इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से मनाई जाती है, ऐसे में हर साल ईद की तारीख अलग होती है। यह दिन कुर्बानी का होता है, मान्यता है कि यह त्योहार हजरत इब्राहिम के द्वारा अपने बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी देने की इच्छा की याद में मनाया जाता हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन अपनी हैसियत के अनुसार कुर्बानी देने के साथ जरूरतमंदों और गरीबों में बांटते हैं। कुर्बानी के हिस्सों को 3 भागों में बांटा जाता है, एक भाग गरीबों और जरूरतमंदों को दिया जाता है, दूसरा भाग रिश्तेदारों व दोस्तों एवं तीसरा भाग खुद रखे जाने की परम्परा है। ये त्योहार गरीबों, जरूरतमंदों की मदद करने व समाज में भाईचारे व सद्भावना को बढ़ावा देने की प्रेरणा देता है। ईदगाह के अलावा शहर की अन्य प्रमुख मस्जिदों में से मस्जिद फक्करशाह एवं मस्जिद हौजवाली खालापार, मस्जिद पीर वाली मल्हुपुरा, मस्जिद लियाकत पुरा चौड़ी गली लद्दावाला में सुबह 6.45 बजे अदा की गई। वहीं विकास भवन के सामने मस्जिद नुमाइश कैंप व मस्जिद हौज वाली सरवट गेट पर सुबह 7 बजे और मस्जिद मुहम्मदी पुजाये वाली रहमतनगर में सुबह 7.15 बजे ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई।
शामली रोड स्थित ईदगाह पर नव निर्वाचित सांसद हरेन्द्र मलिक, डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी, एसएसपी अभिषेक सिंह, एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, एएसपी व्योम बिंदल, सीएमओ डॉ. एमएस फौजदार, पालिका ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार, मुफ्ती खलीलुर्रहमान, मुफ्ती जुल्फिकार, शहर काजी तनवीर आलम, गौहर सिद्दीकी, अब्दुल हक समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे। इस बीच सुरक्षा कारणों से ईदगाह समेत अन्य मस्जिदों में पुलिस बल के साथ खुफिया विभाग की टीम सक्रिय रही। वहीं ईदगाह पर नमाज के चलते ट्रैफिक पुलिस भी व्यवस्था बनाने में तैनात रही।