प्रगतिशील किसानों के साथ डीएम ने किया विचार मंथन
विकास भवन सभागार में दिए कृषि को उद्योग बनाने के टिप्स
मुजफ्फरनगर। प्रगतिशील किसानों की आय बढ़ाने के साथ उनके सपनों को पंख लगाने की पवित्र मंशा के साथ मंगलवार में डीएम उमेश मिश्रा ने किसानों संग विचार मंथन करते हुए बेहतर कल की उम्मीदों को नई उड़ान देने की पहल की। किसानों की सहभागिता बैठक में उनके परिचय और सम्मान के साथ बेहतर उपज लेने के साथ ही स्वयं के प्रोडक्ट को राष्टÑीय और अंतर्राष्टÑीय बाजारों में पहुंचाने के लिए प्रेरित किया गया। बैठक में आए किसानों ने अपने उत्पाद डीएम को भेंट करने के साथ ही इस मुकाम तक पहुंचने में आयी परेशानी व अन्य मुद्दों पर विचार साझा किए।
विकास भवन के सभागार में संपन्न प्रगतिशील किसानों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में मधु मक्खी, गौवंश व अन्य पशुपालन, फूलों व सब्जियों की खेती समेत प्राकृतिक व जैविक खेती से जुड़े प्रोडक्ट बेहतरी के लिए विचार मंथन किया। जनपदभर से आए किसानों ने डीएम उमेश मिश्रा को अपने प्रोडेक्ट भेंट करने के साथ बेहतर कार्य में जनपद को राष्टÑीय व अंतर्राष्टÑीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए काम करने का भी आश्वासन दिया। किसानों के परिचय व उत्पाद की जानकारी के बाद डीएम उमेश मिश्रा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक किसान को विभागीय योजनाओं से जोड़ा जाये, जिसके लिए सिंगल विण्डो पद्धति पर कार्य करने के चयन किया जाये। साथ ही निर्देश दिया कि बैंकर्स एवं किसानों की एक बैठक की जाए, ताकि किसानों को समस्त योजनाओं एवं वित्तीय सहायता हेतु लोन प्राप्त करने में मदद मिले। उन्होंने निर्देशित किया कि जिले के 1000 युवाओं को पद्धति में प्रशिक्षण कराएं, ताकि वे बिना हतोत्साहित हुए कृषि के क्षेत्र में जनपद का नाम आगे बढ़ाए। उन्होंने निर्देशित किया कि जनपद को कृषि के उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग को विश्व स्तर का बनाया जाये। कृषि विभाग के अधिकारियों को उन्होंने फसल, उत्पादन व कृषक वार सूची बनाने तथा कृषकों द्वारा किए जा रहे नवाचार एवं उत्कृष्ट कार्यों का प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए। इस दौरान डीडी कृषि संतोष कुमार, कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया, कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार, उद्यान अधिकारी के अलावा मधु मक्खी पालन के क्षेत्र में कार्य करने वाले ध्वज बालियान, धीर सिंह, साहब सिंह सैनी, पाली हाउस में खेती करने वाले सौरव शर्मा, प्रवीण त्यागी, फूलों की खेती करने वाले किसान ज्ञान सिंह, प्राकृतिक खेती करने वाले किसान निरंजन कुमार, राकेश शर्मा, देवेश आर्य, विकास बालियान, ऋषिपाल पंवार, सह फसली खेती करने वाले कृषक तैमूर अली, स्ट्राबेरी खेती करने वाले शाहरूख असारी, पशुपालन करने वाले जितेन्द्र, मनोज कुमार, वर्मी कम्पोस्ट वर्मी वास निर्माण विपिन कुमार, विकांत शर्मा, सत वीर सिंह, लाजपत राय, पोल्ट्री फार्म से जुड़े उमर मौहम्मद, जस वीर सिंह, सूकर पालन रघुनाथ, शशांक तोमर, विकास कुमार आदि बड़े उत्कृष्ट मापदण्ड पर कार्य करने वाले कृषकों से एक एक कर इनकी सफलता की कहानी सुनी तथा विभागीय योजनाओं से कृषकों की अपेक्षा के बारे में जानकारी प्राप्त की।