उत्तर प्रदेशमुजफ्फरनगर

झांसी की घटना के बाद नींद से जागा प्रशासन, अस्पतालों का किया निरीक्षण

जिला अस्पताल की इमरजेंसी से लेकर वार्डों में जांच के प्वाइंट से मिली कई कमियां महिला अस्पताल का निरीक्षण, आलर्म सहित फायर सेफ्टी देखी

मुजफ्फरनगर। झांसी जनपद में हुई मेडिकल कालेज में आग की घटना से एसएनसीयू में 10 नवजात बच्चों की मौत को लेकर शासन स्तर तक के अधिकारी सतर्क हो गए हैं। शनिवार देर रात सरकार द्वारा जारी किए निर्देशों के बीच मुजफ्फरनगर में सरकारी अस्पतालों सहित निजी अस्पतालों में प्रशासन की टीम बनाकर निरीक्षण शुरू हो गया है। अभियान की इस कड़ी में मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल के निरीक्षण में ही अधिकारियों को बड़ी लापरवाही सामने आ गई। निरीक्षण में जहां एक ओर जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड सहित वार्डों में सुरक्षा इंतजाम व अन्य व्यवस्थाएं संतोषजनक रही, वहीं जिला अस्पताल में आग लगने की घटना से बचने के प्रति पूरी तरह से लापरवाहीं सामने आई, जिसे लेकर अधिकारियों ने भी सीएमएस को निर्देश देकर रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

शनिवार देर रात एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह अग्निशमन अधिकारी व पुलिस अधिकारी के साथ जिला महिला अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने महिला अस्पताल में इमरजेंसी से लेकर वार्डों में विद्युत उपकरणों की जांच की, तो यहां विद्युत लाइन से लेकर वायर अंडर ग्राउंड मिले। इसके साथ ही आक्सीजन लाइन के साथ फायर सेफ्टी के इंतजाम भी पुख्ता रहे। इसके अलावा आग की घटना का इंडीकेट मिलते ही अलार्म बचने के लिए लाइन बिछ़ी हुई है। वहीं एसएनसीयू में नवजात के लिए 12 बेड की सुविधा के साथ छह चिकित्सकों की टीम व अन्य स्टाफ तैनात किया गया है, ताकि बच्चों को स्वास्थ्य देखभाल के साथ अन्य परेशानी से बचाने के लिए 24 घंटे वार्ड में स्टाफ तैनात रहे। अधिकारियों को सीएमएस डा. आभा आत्रे ने बताया कि एसएनसीयू यूनिट सहित इंमरजेंसी व अन्य वार्ड में फ्लोरवाइज चिकित्सक व मेडिकल टीम तैनात रहती है। हालांकि जिला अस्पताल की एसएनसीयू दूसरी मंजिल पर भी काफी अंदर जाकर है, यदि वहां आग की घटना होती है तो बच्चों को निकालने में लंबी दूरी तय करनी पड़ सकती है।
इस दौरान जिला अस्पताल में एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, सीएफओ अनुराग कुमार, सीएमएस डा. राकेश सिंह सहित विद्युत सुरक्षा टीम ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल की इमरजेंसी से लेकर वार्डों में जांच के प्वाइंट से कई कमियां मिली।

इन्होंने कहा
एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में कई जगह विद्युत तार कटे मिले, विद्युत बोर्ड व पलक खुले मिले। अस्पताल में फायर सुरक्षा के इंतजाम भी अधूरे मिले, हालांकि सीएमएस ने कार्य कराए जाने की जानकारी दी। सभी बिंदुओं की जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।

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