उत्तर प्रदेशमुजफ्फरनगर

डी एस पब्लिक स्कूल ने किया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री को नमन

मुजफ्फरनगर। डीएस पब्लिक स्कूल में गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती के अवसर पर विद्यालय में उपस्थित शिक्षक शिक्षिकाओं, अभिभावकों तथा विद्यार्थियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्प अर्पित करके उनको भावपूर्वक नमन किया। गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सहिष्णुता दिवस के अवसर पर विद्यालय में एक विशेष सभा का आयोजन किया गया जिसमें शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ विद्यार्थियों के अभिभावकों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में स्कूल एजुकेशन डायरेक्टर संतोष जैन, स्कूल प्रधानाचार्य
गगन शर्मा सहित कोऑर्डिनेटर संदीप दीक्षित एवं सभी शिक्षक शिक्षिकाओं, अभिभावकों तथा विद्यार्थियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री को भावपूर्वक नमन करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। स्कूल प्रधानाचार्य गगन शर्मा ने सभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री के जीवन तथा देश की आजादी एवं निर्माण में उनके समर्पण के विषय में समझाया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री देश के ऐसे महानायक हैं जिनकी भारत भूमि सदैव ऋणी बनी रहेगी। देश के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर कई समाज सुधार आंदोलनों से महात्मा गांधी ने भारतीय जनमानस को अन्याय तथा अत्याचार के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया। गांधी जी के आदर्श ,सत्य, अहिंसा ,सदाचार तथा विश्व बंधुत्व आज भी न केवल हमारे लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। गांधी जी ने देश की आजादी के लिए सत्याग्रह ,अंग्रेजों भारत छोड़ो, दांडी मार्च जैसे आंदोलन चलाकर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर विवश कर दिया। देश की आजादी के आंदोलनों के साथ-साथ गांधी जी ने समाज में भी व्याप्त कुरीतियों जैसे अस्पृश्यता ,जातिगत भेदभाव अशिक्षा आदि के उन्मूलन के लिए भी देशव्यापी आंदोलन चलाए ‌। उनका शिक्षा दर्शन आज भी सर्वश्रेष्ठ शिक्षा दर्शनों में से माना जाता है। गांधी जी ने आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा पद्धति पर जोर दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि देते हुए स्कूल एजुकेशन डायरेक्टर श्रीमती संतोष जैन ने कहा कि गांधी जी का मानना था कि मजबूत भारत तभी बन सकता है जब भारत के गांव आत्मनिर्भर तथा विकसित हो। गांधी जी के विचारों से तथा उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर भारत के साथ-साथ कई देशों में अत्याचारों तथा अन्याय के विरुद्ध प्रतिकार के रूप में सफल आंदोलन चलाए गए । आज पूरा विश्व गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सहिष्णुता दिवस के रूप में मना रहा है। जो हमारे लिए गर्व की बात है। कार्यक्रम में स्कूल कोऑर्डिनेटर संदीप दीक्षित ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए दोनों ही महापुरुषों के जीवन से जुड़े हुए प्रेरक प्रसंग सुनाए। उन्होंने कहा कि अन्याय एवं अत्याचार के प्रतिकार के लिए आज भी गांधीवादी मार्ग श्रेष्ठ मार्ग माना जाता है। उन्होंने इस अवसर पर देश के दूसरे महानायक लाल बहादुर शास्त्री के के आदर्शों तथा विचारों के विषय में भी विद्यार्थियों को जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि श्री शास्त्री जी का मानना था कि देश की खुशहाली का रास्ता किसानों के खेतों से होकर जाता है इसलिए उन्होंने जय जवान जय किसान का नारा दिया। कार्यक्रम में शिक्षिका कविता मदान ने दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल जीत का गायन करके राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन करते हुए बापू की महानता का गुणगान किया। शिक्षिका प्रतिभा ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के व्यक्तित्व एवं देश की स्वतंत्रता एवं निर्माण में उनके योगदान के विषय में बताते हुए दोनों महापुरुषों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। कार्यक्रम के अंत में गांधी जी की रामधन रघुपति राघव राजा राम का गायन करते हुए सभी ने बापू एवं शास्त्री के आदर्शों का अनुसरण करते हुए राष्ट्र के प्रति हमेशा समर्पित रहने का संकल्प लिया।

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