जैन मुनि नयन सागर जी ने बताई भक्तों को जीवन की सच्चाई
मुजफ्फरनगर। परम पूज्य आचार्य नयन सागर जी महाराज ने अपने आज के प्रवचन में बताया कि व्यक्ति अपने जीवन में बहुत मेहनत करता है किंतु यदि उसकी मेहनत का परिणाम अनुरूप नहीं आता तो वह अपनी इस परिणाम का दोष अन्य पर लगाता है चाहे वह विद्यार्थी हो मंदिर का पुजारी हो नौकरी करता हो या व्यवसाय हो तो वह अपनी श्रद्धा निष्ठा व अपनी मेहनत के परिणाम नहीं देखता वह इसका दोष रोपण अन्य के ऊपर करता है।
उन्होंने कहा कि हम सभी रोज मंदिर में जाते हैं और अनेकों प्रकार से भगवान की पूजा अर्चना दर्शन इत्यादि करते हैं फिर भी हमें उस पूजा का दर्शन करने का उचित फल नहीं मिलता यह सभी हमारी श्रद्धा निष्ठा विश्वास वह समर्पण की कमी के कारण होता है। इसी कारण से वर्तमान में मनुष्य दुखी रहता है हमें प्रतिदिन समर्पण व उच्च श्रद्धा के भावों से ही भगवान की पूजा दर्शन करने चाहिए सभी व्यक्ति वर्तमान सुख चाहते हैं कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो दुख चाहता हो तब आचार्य श्री कहते हैं।धर्म का कार्य यदि व्यक्ति द्वारा अपने मन के समर्पण के साथ किया जाता है तो वह निश्चित ही अपनी साधना का प्रतिफल प्राप्त करता है। प्रवचन एवं गुरु भक्ति के प्रसारण में जैन बाल संस्कार का अतुलनीय सहयोग है। इस दौरान सुनील जैन नावला वाले , जितेन्द्र जैन टोनी , मनोज जैन LG , सतीश जैन CA , विप्लव जैन , रोहित जैन अप्पू , सतपाल जैन तम्बाकू वाले , रविन्द्र जैन वहलना , पुनीत जैन ,संजय जैन एलुमिनियम , विपिन जैन , प्रेमचंद जैन , विकास जैन , अजय जैन , सुनील जैन टिकरी , अरविंद जैन , नितिन जैन , नितेश जैन , अनुज जैन , रूपल जैन ,अभय जैन जानसठ रोड , अरुण जैन बरला वाले एवं अन्य क्षेत्रों से धर्मबंधु प्रवचन में उपस्थित रहे।