कृषि विभाग में अवैध वसूली रोकने को डीडी कृषि दिखे सख्त
अधीनस्थों को आदेश जारी कर दिए सुधार के निर्देश निजी प्रतिष्ठानों से वसूली की शिकायतों पर हुई कार्रवाई जिला कृषि अधिकारी ने अब दफ्तर में लगाया सीसीटीवी कैमरा
मुजफ्फरनगर। कृषि विभाग में कार्यरत अफसरों के कुछ वाहन चालकों के साथ अन्य कर्मियों द्वारा जिले के अनेक निजी उवर्रक, बीज, कीटनाशी रसायन प्रतिष्ठानों से अवैध वसूली की जा रही है। ऐसी शिकायतों के बीच में विभाग को फजीहत से बचाने के साथ ही अधीनस्थों को कर्तव्य बोध का अहसास कराने की दिशा में उप निदेशक कृषि संतोष कुमार ने नाराजगी व्यक्त करते हुए ऐसे मामलों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए जिला कृषि अधिकारी और कृषि रक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए पत्र जारी किया है। वहीं उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में इस तरह की कोई शिकायत सामने आयी तो दोनों अधिकारी स्वयं उत्तरदायी होंगे। उधर, जिला कृषि अधिकारी ने अपने कार्यालय में साउंड वाला सीसीटीवी कैमरा लगाया है।
जी हां, कृषि विभाग की हर ओर जिले में हो रही फजीहत व धन वसूली के आरोपों के बीच अब बदलाव की बयार डीडी कृषि कार्यालय से शुरू हुई है। मीडिया की सुर्खियों में रहे कृषि विभाग में जिले के निजी उवर्रक, बीज एवं कीटनाशी विक्रेताओं से बीते काफी समय से चैकिंग के नाम पर लगातार अवैध वसूली करने की चर्चा हंै। इस मामले में कुछ अफसरों के चालक और कर्मचारियों के नाम प्रकाश में आए हैं। निजी उवर्रक, बीज एवं कीटनाशी रसायन प्रतिष्ठानों एवं सहकारी संस्थानों के प्रोपराइटरों ने डीडी कृषि से इस मामले की शिकायत की। उन्होंने इस मामले में नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया, कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार को पत्र जारी किया है। डीडी कृषि ने अपने पत्र के माध्यम से कहा है कि आपके अधीनस्थ वाहन चालक एवं उक्त पटलों से इतर कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा उक्त प्रतिष्ठानों, संस्थाओं पर पहुंच कर अवैध रूप से धनराशि आदि की मांग की जा रही है। जिससे जनपद में विभाग की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि अब आपके अधीन वाहन चालक एवं अन्य कोई भी कार्यालय सहायक संबंधित पटल सहायकों से इतर उपर्युक्त सन्दर्भ के निजी, सहकारी आदि प्रतिष्ठानों पर पहुंचता है अथवा उनसे किसी भी प्रकार का सम्पर्क आदि किए जाने का प्रकरण संज्ञान में आने पर संबंधित के विरूद्ध भी कठोर अनुशासनात्मक-दण्डात्मक कार्यवाही भी प्रचलन में लायी जायेगी। डीडी कृषि के आदेशों के बीच अधीनस्थों में हड़कंप मचा है और सुरक्षा कारणों के बीच अधिकारियों ने डीडी कृषि के आदेश के प्रति पटल सहायकों को रिसीव कराते हुए व्यवस्था में सुधार की आस जगाई है।
अवैध वसूली पर कृषि रक्षा अधिकारी की हुई थी फजीहत
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जिले में पूर्व में जिला कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार द्वारा जनपद में आते ही चैकिंग के नाम पर खतौली क्षेत्र में एक कीटनाशक विक्रेता से करीब 25 हजार की धनराशि वसूली किए जाने का मामला सुर्खियों में रहा था। उक्त मामले में दुकानदार पूर्व विधायक विक्रम सैनी का रिश्तेदार था, जिसने उक्त मामले की शिकायत विधायक विक्रम सैनी से की थी। विधायक ने उस वक्त कृषि रक्षा अधिकारी यतेंद्र कुमार को जमकर फटकार लगाई थी और उक्त दुकानदार के पैसे वापस भी कराए थे। इस मामले में कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार की काफी फजीहत हुई है।