नींद से जागा पालिका प्रशासन, कूड़ा डलावघर बंद कराने को ईओ को दिए चेयरपर्सन ने निर्देश
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए लोगों से मांगा सहयोग कंपनी के अधिकारियों के भी कसे पेंच, जताई कड़ी नाराजगी
मुजफ्फरनगर। नगर क्षेत्र को क्लीन एंड ग्रीन बनाने की दिशा में आगे बढ़ी पालिका चेयरपर्सन पालिका क्षेत्र में लगे गंदगी के अंबार व सफाई व्यवस्था में मिल रही शिकायतों पर सख्त दिखाई दी। पालिका संग अनुबंध के आधार पर साफ सफाई कार्य के लिए लगी कंपनी एमआईटूसी की कार्यप्रणाली से उपजी अव्यवस्था पर शहरी क्षेत्र में नजर आ रहे गंदगी के माहौल खत्म करने में ईओ को निर्देशित किया है कि वो मुख्य स्थानों से कूड़ा डलावघर बंद कराने का कार्य करें। वहीं लद्दावाला जिला अस्पताल और प्राईमरी विद्यालय के पास से कूड़ा डलावघर का वैकल्पिक प्रबंध करने पर जोर दिया है। साथ ही कंपनी अफसरों को फटकार लगाते हुए शहर में अनुबंध के आधार पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
नगरपालिका क्षेत्र में इन दिनों सफाई कार्य को लेकर काम कर रही कंपनी एमआईटूसी की कार्य प्रणाली को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कंपनी ने पालिका के सफाई नायकों और पालिका के कर्मियों द्वारा प्राइवेट कर्मियों से वार्डों में लगाने और उनके सहारे डलाव घरों में गिरवाने के आरोप लगाये जा रहे हैं। ऐसे में अब चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने सफाई व्यवस्था को लेकर बरती जा रही तमाम लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए शिकायतों का संज्ञान लेकर ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह को कार्यवाही करने के लिए कहा है। मीनाक्षी स्वरूप ने एमआईटूसी कंपनी के अफसरों को भी कूड़ा निस्तारण और कार्य को लेकर हुए अनुबंध का पालन कराने के निर्देश देते हुए कर्मियों की हड़ताल व आए दिन बन रही समस्याओं को लेकर कड़ी फटकार लगायी है। उन्होंने ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह को शहर में मुख्य स्थानों पर बने कूड़ा डलाव घर को बंद कराने और बंद कराए डलावघरों पर कूड़ा सड़क पर न डाले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा। बता दें कि पालिका ने कंपनी के साथ मिल कर शहर में 28 में से 12 कूड़ा डलावघर बंद कराये, इसके साथ मुख्य मार्गों पर चल रहे डलावघरों को बंद कराने की कार्यवाही की गई थी, लेकिन सफाई कर्मचारी संघ द्वारा प्रदर्शन शुरू करने के बाद इस निर्णय को वापस ले लिया गया था। अब पालिका प्रशासन चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के आदेशों का पालन करने के लिए मुख्य डलावघरों को बंद कराने की तैयारी कर ली है।
इन्होंने कहा-
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि कंपनी के खिलाफ शिकायतों के आधार पर जांच चल रही है, इसके साथ ही पालिकाध्यक्ष द्वारा नगर में मुख्य डलावघरों को बंद कराने को निर्देशित किया। इसके लिए हम कंपनी के साथ मिलकर रूपरेखा बना रहे हैं। जहां डलाव घर बंद होंगे वहां पर काम्पेक्टर रखवाये जायेंगे। अभी योजना में दो काम्पेक्टर हमारे पास कम पड़ रहे हैं। इसके लिए भी बंदोबस्त कराया जा रहा है। अगले कुछ दिनों में मुख्य मार्ग वाले डलावघर को बंद कराने का काम किया जायेगा।