उत्तर प्रदेशमुजफ्फरनगर

पालिका में खींचतान, दो गुटों में बंटे पालिका कर्मचारी, खोला मोर्चा

चेयरपर्सन व ईओ को ज्ञापन सौंपने की तैयारी, दी चेतावनी सभासद बोले: पालिका में गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका बोर्ड बैठक में इस बार विभिन्न प्रस्तावों को लेकर सभासद दो धड़ों में बंटकर एक दूसरे के सामने खड़े दिखाई दिए थे। अब पालिका कर्मचारियों में भी कुछ ऐसी स्थिति के बीच दो धड़ों में बंटे कर्मियों ने अब पालिका अफसरों व कर्मियों के कामकाज को लेकर शिकायतों के खिलाफ मोर्चाबंदी शुरू करते हुए बड़ी लड़ाई का मन बनाया है। निर्माण विभाग में एफडीआर प्रकरण, गलत ढ़ंÞग से पदोन्नति, सेवा पुस्तिका के गुम होने जैसे मामलों में शिकायत करने वाले सभासदों के खिलाफ कर्मियों ने मोर्चाबंदी की तो कुछ कर्मचारियों ने बैठक से किनारा कर लिया। इस मामले में पालिका चेयरपर्सन और ईओ के नाम सौंपे गए ज्ञापन देते हुए मांगे न मानने पर कर्मियों ने हड़ताल की धमकी दी है।
पालिका सभागार में बुधवार को संपन्न बैठक में कर्मचारियों ने सभासद राजीव शर्मा के साथ अन्य शिकायतकर्ताओं के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। दोपहर बाद स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन की बैठक संगठन अध्यक्ष ब्रज मोहन की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें प्रांतीय उपाध्यक्ष व निर्माण विभाग लिपिक ओमवीर सिंह ने पालिका में शिकायतों को लेकर नाराजगी जताते हुए भाजपा के सभासद राजीव शर्मा को निशाने पर रखते हुए पालिका अफसरों को नसीहत देने में गुरेज नहीं की। उन्होंने कहा कि ईओ किसी भी फर्जी व झूठी शिकायत के आधार पर ही जांच बैठा रही है, जबकि नियम है कि बिना शपथ पत्र के कोई भी शिकायत सुनवाई योग्य नहीं मानी जायेगी। शिकायतकर्ता को आरोपों की पुष्टि में साक्ष्य भी देने होंगे, लेकिन पालिका में चल रहे खेल में कोई भी चिट्ठी फर्जी आरोपों की आते ही जांच शुरू करा दी जाती है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठन जिलाध्यक्ष मौ. सालिम ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया कि कर्मचारी अपनी बात ज्ञापन के माध्यम से चेयरपर्सन और ईओ के सामने रखेंगे और बिना शपथ पत्र के किसी भी शिकायत को सुनवाई योग्य नहीं समझने की व्यवस्था लागू कराने के साथ वेतन पर कोई रोक नहीं लगाने की मांग की जायेगी। ऐसा नहीं हुआ तो हड़ताल निर्णय लिया जायेगा। बैठक में भले ही कर्मियों में एकजुटता का दावा किया गया हो, लेकिन इस लड़ाई में कर्मचारी भी सभासदों की तरह दो गुटों में बंटे दिखाई दिए। बैठक में विकास शर्मा, सुनील वर्मा, प्रवीण कुमार, फिरोज खां, मैनपाल, राजीव वर्मा, विकास कुमार, गोपी चंद वर्मा, मनोज बालियान, संदीप यादव, मोहन कुमार, विजय जैन, शुभम सिंघल, नितिन कुमार, विवेक बिडला, गगन महेन्द्रा, निपुण कन्नौजिया, अशोक ढींगरा, कैलाश नारायण, अमित गोस्वामी, सतेन्द्र कुमार, मनीष कुमार, संजीव सिंघल, नदीम खां, वसीम, इकबाल आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।

इन्होंने कहा-
पालिका के कर्मचारियों के मोर्चा खोलने पर सभासद राजीव शर्मा ने कहा कि वो इससे भयभीत होने वाले नहीं है, क्योंकि निर्माण विभाग लिपिक कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत करते हुए चेयरपर्सन को फंसाने की साजिश रच रहे हैं। उनकी साजिश सफल नहीं होगी। फर्जी एफडीआर में लिपिकों का हाथ है, बॉडी वॉर्न कैमरे गायब करते हुए संपत्ति की बंदरबांट की गई। हमें शासन तक ही क्यों न जाना पड़े। जिसने गलत किया है, उसके विरुद्ध कार्यवाही कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि नियम विरुद्ध नियुक्ति एवं सेवा पुस्तिका कार्यालयों से गायब मामले में नगर विकास मंत्री और प्रमुख सचिव नगर विकास से भी मिलेंगे। यदि दोषी कर्मियों को हड़ताल के दबाव में बचाने का प्रयास किया तो कानूनी लड़ाई भी लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे।

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