कंपनी से भुगतान न होने ने पर घेरा चेयरपर्सन आवास, किया प्रदर्शन
कंपनी के 2 दिन के आश्वासन के बाद निपटा विवाद, शुरू हुई सफाई व्यवस्था
मुजफ्फरनगर। आपदा में अवसर व मौके का फायदा उठाने जैसी कहावत रविवार सुबह उस वक्त चरितार्थ होती दिखाई दी, जब त्यौहारी सीजन के बीच में दर्जनों सफाई कर्मियों ने कूड़ा वाहनों के साथ वेतन न दिए जाने के आरोपों के बीच चेयरपर्सन आवास का घेराव कर दिया। कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने चेयरपर्सन से उनका वेतन दिलाने की मांग की। हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंचे कंपनी के लोगों के साथ चेयरपर्सन ने सहमति बनाने के साथ दो दिन में वेतन दिए जाने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर सफाई कर्मचारी अपने वाहन लेकर काम पर लौटे। इस बीच करीब दो घंटे सफाई कार्य प्रभावित रहा। कर्मियों का आरोप है कि उन्हें कई माह से उक्त कंपनी ने वेतन नहीं दिया।
पालिका प्रशासन द्वारा शहरी क्षेत्र में प्राईमरी व सेकंड्री प्वाइंट से कूड़ा निस्तारण के लिए निजी क्षेत्र में एमआईटूसी सिक्योरिटी एण्ड फैसिलिटीज प्रा. लि. दिल्ली से अनुबंध किया है। कंपनी के साथ प्राईमरी कूड़ा कलेक्शन के लिए कार्य कर रहे टिपर वाहन चालकों, सुपरवाइजरों व सफाई कर्मचारियों ने रविवार की सुबह कामबंद कर हड़ताल कर दी। गारबेज टिपर वाहनों को लेकर कर्मचारी सवेरे नई मंडी पटेलनगर स्थित पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के आवास पर पहुंचे और वाहनों को वहीं पर खड़ा कर प्रदर्शन किया। इन कर्मचारियों ने चेयरपर्सन के समक्ष समस्या रखते हुए उनको कंपनी से कई माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है, जबकि त्यौहारी सीजन होने के कारण वो आर्थिक संकट में घिरे हुए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वेतन नहीं दिया गया तो वो कामबंद हड़ताल कर देंगे। इस मामले में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कंपनी के लोगों को भी तलब किया और कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर तत्काल समाधान के लिए कहा गया। कंपनी को चेयरपर्सन द्वारा लम्बित वेतन तत्काल जारी करने के निर्देश दिये। इस पर सहमति बनी कि दो दिनों में कंपनी द्वारा कर्मचारियों का लम्बित वेतन जारी कर दिया जायेगा। इसके बाद कर्मचारी अपने वाहन लेकर काम पर निकल गये और करीब दो घंटे के विलम्ब से कार्य प्रारम्भ किया जा सकें।
इन्होंने कहा-
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि पालिका कर्मचारियों के हितों से समझौता नहीं करेगी। कर्मियों को वेतन तत्काल जारी करने के लिए कंपनी अफसरों को निर्देशित किया है। यदि दो दिन में वेतन जारी नहीं किया गया तो कंपनी के खिलाफ एक्शन लेने से पीछे नहीं हटेंगे।
उधर, एमआईटूसी कंपनी के परियोजना प्रबंधक पुष्पराज सिंह ने बताया कि कंपनी 3 जोन में 55 वार्डों में प्राईमरी और सेकेंड्री प्वाइंट से कूड़ा कलेक्शन और निस्तारण का कार्य कर रही है। इसके लिए कंपनी के साथ दोनों वर्गों के कार्य के लिए करीब 400 कर्मी काम कर रहे हैं। सितम्बर माह का वेतन लम्बित हैं। इसमें सेकेंड्री जोन के कर्मचारियों को 16 अक्टूबर को वेतन जारी कर दिया है। जबकि अन्य जोन के कर्मियों के वेतन भुगतान का प्रयास किया जा रहा है। इसी बीच दिवाली बोनस के रूप में सभी कर्मियों को कंपनी द्वारा दो दो हजार रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
कंपनी सेकेंड्री प्वाइंट इंचार्ज कुलदीप सिंह ने बताया कि पालिका ईओ अवकाश पर चल रही है और कंपनी में पालिका से दो महीने के भुगतान के रूप में 1.84 करोड़ रुपये जारी नहीं किए हैं। इसी कारण वेतन देने में समस्या उत्पन्न हो रही है। एक जोन के करीब 200 कर्मियों को कंपनी वेतन दे चुकी है और इतने ही कर्मचारियों का वेतन लम्बित है, जो दो दिनों में देने पर सहमति बनी है। सोमवार को संभवत: ईओ काम पर लौट रही हैं और मंगलवार तक कंपनी वेतन का भुगतान कर्मियों को कर देगी।