डीएस पब्लिक स्कूल ने किया भगवान वाल्मीकि को नमन
मुजफ्फरनगर। डीएस पब्लिक स्कूल में एजुकेशन डायरेक्टर संतोष जैन, स्कूल प्रधानाचार्य गगन शर्मा तथा स्कूल कोआॅर्डिनेटर संदीप दीक्षित समेत शिक्षक शिक्षिकाओं एवं विद्यार्थियों ने भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव पर उन्हें श्रद्धा पूर्वक नमन करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम में स्कूल कोआॅर्डिनेटर संदीप दीक्षित ने विद्यार्थियों को भगवान वाल्मीकि के विषय में विस्तार से बताते हुए बताया कि भगवान वाल्मीकि को आदि कवि कहते है। संस्कृत के प्रथम महाकाव्य एवं पवित्र ग्रंथ रामायण की रचना भगवान वाल्मीकि ने की थी।
भगवान वाल्मीकि को श्रद्धा पूर्वक नमन करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि ऐसी भी कथाएं हैं कि महाभारत काल में द्रोपदी के यज्ञ को संपूर्ण करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने शंख ध्वनि को भगवान वाल्मीकि को ही आमंत्रित किया था। कार्यक्रम में स्कूल प्रधानाचार्य गगन शर्मा ने भगवान वाल्मीकि को नमन करते हुए कहा कि क्रोंच पक्षी के जोड़े में से शिकारी द्वारा एक पक्षी का वध किए जाने से इनका हृदय इतना आहत हो गया कि उसमें स्वत ही संस्कृत का आदि श्लोक फूट पड़ा था। भगवान वाल्मीकि ने रामायण की रचना करके प्रभु श्री राम के यश का गुणगान तो किया ही साथ ही ईश्वर की बनाई हुई संपूर्ण सृष्टि से प्रेम करने का संदेश दिया। एजुकेशन डायरेक्टर संतोष जैन ने भगवान वाल्मीकि के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उनकी महत्ता का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि की शिक्षाएं सभी के लिए है। संपूर्ण ईश्वरीय सृष्टि से प्रेम करने का उनका संदेश हम सभी के लिए अनुकरणीय हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी का सहयोग रहा।