धनगर समाज ने कलेक्ट्रेट घेर मांगा आरक्षण, दी चेतावनी
प्रमाण पत्र न बनने की स्थिति में नगर मजिस्ट्रेट को सौंपे बच्चों ने बस्ते
मुजफ्फरनगर। बुधवार को अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की जयंती पर अखिल भारतीय धनगर समाज महासंघ के नेता अरविंद धनगर के नेतृत्व में देवी अहिल्याबाई होल्कर चौक से तिरंगा यात्रा प्रारंभ करने के साथ धनगर समाज के बच्चों व महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच धरना दिया। जिले के विभिन्न ग्रामों से आये सैकड़ों ग्रामीणों ने इस दौरान शासन-प्रशासन को धनगर समाज की अनदेखी किए जाने के आरोप लगाते हुए भविष्य में बड़ा आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी। कार्यक्रम में युवाओं की टोली करीब 151 फीट लंबा तिरंगा लेने के साथ में अन्य तिरंगों के साथ शामिल हुए। इस बीच धनगर समाज के बच्चों ने सिटी मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने स्कूलों के बैग जमा करते हुए कहा कि एक ओर समाज का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में जाति प्रमाण पत्र जमा किए जाने का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में अधिकारी उनके स्कूल के बैग अपने पास ही रख ले।
नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को सौंपे ज्ञापन में अरविंद धनगर ने कहा कि 1952 से सर्टिफिकेट 1976 तक निरंतर उनके सताज के प्रमाण पत्र बनते रहे लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी लोगों ने धनगर का एकाएक धनगढ़ कर दिया, जिसके बाद वर्ष 1976 से इस समाज के लोगों ने उच्च न्यायालय की शरण ली और न्यायालय ने साफ तौर पर आदेश जारी करते हुए कहा कि धनगर जाति के प्रमाण पत्र तुरंत बनने चाहिए, लेकिन इसके बाद भी प्रमाण पत्र नहीं बनाए जा रहे हैं। सरकार ने आदेश जारी किया उसके बाद सर्टिफिकेट बनने स्टार्ट हुए लेकिन फिर रोक दिए गए। धनगर जाति के लोगों ने प्रमाण पत्र बनवाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मुख्य रूप से शिव कुमार, प्रदीप, सुनील, रवि, अनिल, सतीश, ओमवीर, राज कुमार, शेरपाल, सुमित, अमित, विनोद, जय सिंह, रामकुमार, राम मुकुट, हरपाल, मनोज व आनंद धनगर समेत सैकड़ों लोग व बच्चे इस दौरान मौजूद रहे।