लखनऊ जाते कांग्रेस जिला अध्यक्ष फिर हुए हाउस अरेस्ट
बुधवार को लखनऊ में होना था कार्यकर्ताओं को शामिल
मुजफ्फरनगर। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर लखनऊ कूच की तैयारियों में जुटे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता जिनका नौचंदी ट्रेन से रिजर्वेशन था, उन्हें मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा के आवास पर पहुंच बीते दिवस रात्रि से बंधक बनाकर रखा गया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय व प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के नेतृत्व में बुधवार 18 दिसम्बर को लखनऊ में सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरोध में विधानसभा घेराव करना था।
सोमवार रात्रि से अपने ही घर में हाउस अरेस्ट रहे जिलाध्यक्ष कांग्रेस सुबोध शर्मा ने बताया कि जब हम अपने साथियों के साथ नौचंदी ट्रेन के लिए घर से निकल रहे थे, तभी भारी संख्या में पुलिस ने आकर उन्हें घर पर घेर लिया और जैसे ही वह स्टेशन की तरफ चले, भारी फोर्स ने धक्का-मुक्की कर उन्हें और उनके साथियों को स्टेशन जाने से रोक लिया। जिला पुलिस प्रशासन का यह कार्य प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या है, जिसमें संविधान खत्म करने का भाजपा सरकार द्वारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस समय संविधान का नहीं बल्कि यूपी में तानाशाही का शासन है। यहां यह कहना गलत न होगा कि अब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को समाप्त किया जा रहा है। आज महंगाई चरम सीमा पर, युवा बेरोजगार है इसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं है। किसान अपनी समस्याओं को लेकर जहां आंदोलित है वहीं स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई और कानून व्यवस्था भी खत्म है, जिसका ताजा उदाहरण संभल की घटना है, जिसमें यूपी की सरकार सांप्रदायिक सौगात बिगड़ने में लगी हुई है ऐसा लगता है प्रदेश में शासन सत्ता नाम की कोई चीज नहीं है। उधर, बिजली का निजीकरण किया जा रहा है। प्रजातंत्र में विपक्ष का कार्य सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध करना होता है, लोगों को उससे भी रोका जा रहा है। इस दौरान लखनऊ जाने वालों में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा, विनोद गुर्जर, सतपाल कटारिया, धर्मवीर मथारिया, मौहम्मद कामिल, युगल किशोर भारती, राजकुमार धीमान, विकास कुमार, राजकुमार शर्मा, अमित कुमार, मनोज चौधरी, कमल मित्तल, गीता कामरान एवं नरेश नंदन वाल्मीकि आदि मौजूद रहे।