पूर्व मंत्री संजीव बालियान ने की यूपी विभाजन की पैरोकारी
युवाओं से आह्वान-विभाजन होने से वेस्ट यूपी होगा विकसित
मुजफ्फरनगर। पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने प्रदेश के हित में राज्य के विभाजन की आवाज उठाते हुए कहा कि छोटे राज्यों ने देश में तेजी से तरक्की की और यदि यूपी का विभाजन होता है कि वेस्ट यूपी देश का सबसे ज्यादा विकसित राज्य बनने का गौरव प्राप्त करेगा। उन्होंने यूपी विभाजन की लड़ाई के लिए युवाओं से आगे आकर आवाज उठाने का आह्वान करते हुए कहा कि यूपी के पिछड़ेपन में यहां की आबादी बड़ा कारण है, विभाजन होने से पूरब-पश्चिम सभी का फायदा होगा।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान हमेशा से छोटे प्रांत के पक्षधर रहे हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार में अपने दोनों कार्यकाल के दौरान भी आवाज उठाते हुए विभाजन को यहां जनता के लिए हितकारी बताने से कभी गुरेज नहीं किया। अब एक बार फिर से उन्होंने यूपी विभाजन की आवाज को ताकत देने का काम किया। डॉ. संजीव बालियान हरियाणा चुनाव में इस वक्त सक्रिय हैं, जहां कई क्षेत्रों में वो पार्टी के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पूर्व मंत्री डॉ. संजीव बालियान कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा राज्य है, जहां की करीब 25 करोड़ की आबादी है और शायद राज्य के पिछड़ने का कारण यही है, कि जनसंख्या बल के आधार पर आकार इतना बड़ा है। उन्होंने कहा कि बहुत पहले से उत्तर प्रदेश के लोगों की मांग रही है कि इसका विभाजन होना चाहिए और पूरब, पश्चिम व बुंदेलखंड की कोई लड़ाई नहीं है। यदि पूर्वी उत्तर प्रदेश की बात करें तो वो पश्चिमी उत्तर प्रदेश से काफी पिछड़ा हुआ है। राज्य का विभाजन हो, यही सभी के लिए बेहतर है। पूर्व मंत्री डॉ. बालियान ने कहा कि अगर इतिहास देखें तो देश में जो भी छोटे राज्य बने हैं, उन्होंने तेजी से तरक्की की है। उत्तराखंड हमसे निकलकर बना है, आज उसकी तरक्की हम देख सकते हैं। महाराष्ट्र जीडीपी में पूरे देश में नम्बर वन है, जबकि भौगोलिक व जनसंख्या आधार पर वों यूपी से आधा ही है। इसके बावजूद भी इस राज्य ने अपनी प्रगति से सभी को चौंकाया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि प्रदेश के विभाजन की बात लेकर उन्हें आगे आना चाहिए। युवा वर्ग इसके लिए गंभीरता से विचार करें। छोटा प्रदेश होगा तो उसको प्रशासनिक दृष्टिकोण से कंट्रोल करना काफी आसान हो जायेगा। छोटा प्रदेश विकसित राज्य होगा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तो हिन्दुस्तान का सबसे विकसित राज्य बन जायेगा।