एम्स नर्स के पति को नौकरी का झांसा देकर 44 लाख रुपये ठगे, फर्जी नियुक्ति पत्र भी सौंपा
ऋषिकेश एम्स की एक नर्स के पति को नौकरी का झांसा देकर 43.70 लाख रुपये ठग लिए गए। साइबर ठगों ने एलएंडटी कंपनी का फर्जी नियुक्ति पत्र तक भेजा था। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस इस प्रकरण की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, ऋषिकेश एम्स की नर्स जीके जोन हाल निवासी आमबाग ऋषिकेश मूल निवासी-केरला ने रिपोर्ट लिखवाई। उनके पति अनीश पिछले करीब छह साल से अबुधाबी में सिविल इंजीनियर की नौकरी कर रहे हैं। इस बीच, दंपति ने तय किया कि वे ऋषिकेश में साथ रहकर नौकरी करेंगे।
इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल लिंक्डइन पर नौकरी तलाशी। वहां एक पोस्ट पर नंबर देखकर संपर्क किया तो एक महिला से बात हुई। उसने अपना नाम रिया बताया। उसने झांसा दिया कि उनकी कंपनी भारत में कई बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट कराती है। पीड़ित पक्ष को ऋषिकेश एलएंडटी कंपनी में इंजीनियर का पद उपलब्ध होने की जानकारी दी गई।
इसके बाद नौकरी, सत्यापन और सिक्योरिटी के नाम पर 25 लाख रुपये जमा करा लिए गए। फर्जी नियुक्ति पत्र तक भेजा। इसके बाद नियुक्ति नहीं मिली तो पीड़ित पक्ष ने रकम वापस मांगी। 25 लाख वापस करने का झांसा देकर दंपति से कुल 43.70 लाख रुपये जमा करवा लिए गए थे। लेकिन, इसके बाद न तो पैसा मिला और न ही नौकरी लगी। इस मामले में साइबर थाने के डिप्टी एसपी अंकुश मिश्रा के अनुसार, दंपति से जिन नंबरों से संपर्क किया गया और जिन खातों में रकम हुई, उसकी जानकारी जुटाई जा रही है।