गोल मार्किट में प्याऊ निर्माण को लेकर बढ़ी तकरार
तुलसी पार्क में पहले से प्याऊ होने के बाद हो रहा प्याऊ निर्माण कई परिवारों पर रोजगार बंद का संकट, चेयरपर्सन से गुहार
मुजफ्फरनगर। नगर के हृदयस्थल शिवचौक पर स्थित तुलसी पार्क के बाहर ठेले लगाकर रोजी-रोटी के जुगाड़ में जुटे कई परिवारों पर नगरपालिका परिषद् के एक फैसले से रोजगार का संकट बना है। गोल मार्किट में पालिका के किरायेदार व्यापारी द्वारा अपनी दुकान के बरामदे में खुद अतिक्रमण करने के बाद भी अतिक्रमण का हवाला देते हुए पालिका प्रशासन को गुमराह किए जाने के साथ कई परिवारों को उजाड़ने की तैयारी है। मामले में कई सभासद इस तथाकथित कब्जाधारी नेता की हरकतों का विरोध गुपचुप तरीके से कर रहे हंै, इसके बाद भी नगर पालिका के अफसर स्वयं को इतने विवश पा रहे हैं कि वो तुलसी पार्क के पास प्याऊ होने के बावजूद एक नया प्याऊ बनाकर केवल दो तीन ठेले वालों को उजाड़ने की तैयारी में हैं। विवाद के कारण कई माह से यहां पर प्याऊ का निर्माण नहीं करने वाले ठेकेदार को अफसरों ने नोटिस देते हुए चेताया तो वो शुक्रवार सुबह लेबर और निर्माण सामग्री लेकर मौके पर पहुंचा। गरीब ठेले वालों ने चेयरपर्सन तक बात पहुंचाई तो उन्होंने दो-तीन दिनों तक काम रुकवा दिया।
पालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने नगरीय क्षेत्र में पेयजलापूर्ति को सुधारने के लिए पालिका क्षेत्र में पूर्व में लगे 75 शीतल आरओ वाटर कूलर को दुरुस्त कराने के साथ ही 15 नए आरओ वाटर कूलर स्थापित कराने का अभियान चलाया। वहीं गर्मी में बाजारों में आने वाले लोगों के लिए प्याऊ लगवाये जा रहे हैं। कुछ लोग उन्हें भ्रमित करते हुए ऐसे काम करा रहे हैं, जिनकी न तो जरुरत है और न वो जनहित में हैं। दरअसल, पालिका की गोल मार्किट में अपनी दुकान करने वाले एक तथाकथित नेता ने खुद पूरा बरामदा अवैध रूप से कब्जा रखा है, लेकिन पालिका प्रशासन को अतिक्रमण हटवाने के लिए प्याऊ का निर्माण कराने के लिए भ्रमित कर रहे हैं। पालिका सूत्रों के अनुसार जनवरी बोर्ड बैठक में तुलसी पार्क के पास एक प्याऊ निर्माण का प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें तीन बार टैण्डर कराने पड़े। यहां विवाद की स्थिति को देखते हुए कोई टैंडर लेने के लिए तैयार नहीं हुआ। ऐसे में तीसरी बार सिंगल टैण्डर ठेकेदार सुनील कुमार के नाम ही छोड़ा। एग्रीमेंट मिलने के बाद ठेकेदार ने प्याऊ निर्माण शुरू कराने के लिए कदम उठाया तो गोल मार्किट में दो गुटों में बंटे व्यापारियों ने विरोध किया, और काम रोक दिया गया। गरीब ठेले वालों ने विरोध करते हुए रोजी रोटी का संकट खड़ा होने का हवाला दिया। इसी बीच तथाकथित नेता वहां रौब जमाने पहुंच गया और वह ठेकेदार को धमकाने लगा। तथाकथित नेता ने ठेकेदार को धमकी दी कि प्याऊ निर्माण रोकने की हिम्मत तो चेयरपर्सन में भी नहीं है। इसका निर्माण पालिका को करना ही पड़ेगा और यहां से ठेले वालों को हटवाकर ही दम लूंगा। लोगों का कहना है कि इस तथाकथित नेता ने पालिका की सम्पत्ति तुलसी पार्क पर भी अवैध कब्जा किया हुआ है। इसकी शिकायत बाद भी पालिका द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। उधर ठेलों वालों ने पूरी गोल मार्किट व शहर के दूसरे बाजारों में अतिक्रमण किए जाने के आरोप लगाते हुए निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की।
इन्होंने कहा-
डॉ. ईओ प्रज्ञा सिंह ने बताया कि उन्हें मामले में जानकारी नहीं है। प्याऊ के निर्माण के लिए क्या विवाद है यह मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। वो निर्माण विभाग के एई से रिपोर्ट तलब कर रही हैं। यदि वहां पहले से प्याऊ बना है तो एक स्थान या मार्किट में दो प्याऊ बनाने की बात उनकी समझ से परे है। ऐसे में मामले को समझने के बाद ही कोई कदम उठा पायेंगी।