भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई मंडी मुजफ्फरनगर में परशुराम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया
मुजफ्फरनगर भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई मंडी मुजफ्फरनगर में परशुराम जयंती जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाई गई । कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा गोयल जी व मुख्य वक्ता श्रीमती दीप्ति तिवारी जी के द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन व पुष्पार्जन करके किया गया।
मुख्य वक्ता दीप्ति तिवारी जी ने बताया कि भगवान परशुराम विष्णु जी के छठे अवतारों में से एक हैं उनके पिता का नाम जमदग्नि ऋषि और माता का नाम रेणुका था। भगवान परशुराम भगवान शिव और भगवान विष्णु के संयुक्त अवतार माने जाते हैं । भगवान परशुराम पितृ भक्त थे उन्होंने पिता की आज्ञा का पालन करते हुए अपनी मां का वध कर दिया था, तब इस पाप से मुक्ति के लिए उन्होंने भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी और पिता ने उनकी पितृ भक्ति से प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिया और उनकी माता को पुनः जीवित कर दिया। भगवान परशुराम ने अपने पिता के अपमान का बदला लेने के लिए 21 बार पृथ्वी को क्षत्रिय राजाओं से विहीन कर दिया था। भगवान परशुराम स्वभाव से क्रोधित थे इसी कारण सभी देव और दानव उनसे भयभीत रहा करते थे। अंत में उन्होंने कहा कि शांत है तो श्री राम है भडक गए तो परशुराम है। अंत में उन्होंने बच्चों को शिक्षा देते हुए कहा कि इंसान जन्म से नहीं कर्म से पहचाना जाता है। किसी जाति या धर्म से नहीं। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या जी ने बच्चों को परशुराम जी के जीवन से शिक्षा लेने की प्रेरणा दी । इस अवसर पर विद्यालय का समस्त परिवार सम्मिलित रहा ।