बांग्लादेश के झंड़े को आग के हवाले कर किया विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों का किया विरोध
मुजफ्फरनगर। बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु जी की गिरफ्तारी और हिंदुओं की निर्मम हत्या के विरोध में गुरूवार को शिवसेना के नेता मनोज सैनी के आह्वान पर शिव सेना कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश की सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान शिवसैनिकों ने प्रदर्शन करते हुए वहां के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के फोटो का मुंह काला करते हुए बांग्लादेश का झंडा फूंका।
शिवसेना के दर्जनों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी गुरूवार में शिव चौक स्थित तहसील मार्केट के कार्यालय पर एकत्रित हुए। इस दौरान प्रदेश महासचिव डॉ. योगेंद्र शर्मा व मंडलाध्यक्ष लोकेश सैनी के नेतृत्व में तमाम कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में शिवचौक पहुंचे और वहां बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बांग्लादेश के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के फोटो पर जूते चप्पल बरसाते हुए उनका मुंह काला करते हुए बांग्लादेश के झंडे को आग के हवाले कर दिया। महासचिव राजेश कश्यप ने कहा कि बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं की हत्याएं हो रही है एवं उन्हें धर्म परिवर्तन करने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाए कि प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर के महंत को गिरफ्तार कर उनका उत्पीड़न भी किया जा रहा है। एक ओर जहां भारत देश में आतंकवादियों के खिलाफ ऐसे में कार्यवाही पर मानवाधिकार आयोग समेत विश्व के कई देश उनके समर्थन में खड़े हो जाते है, पर बांग्लादेश में हिंदू और हिंदू संतों पर अत्याचार के बाद उनके समर्थन में कोई आवाज नहीं उठा रहा है। यहां तक कि केंद्र सरकार भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि वो बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा को तुरंत कार्यवाही करते हुए आर्मी एक्शन करें। इस दौरान मुख्य रूप से प्रमोद अग्रवाल, संजय गोयल, रविंद्र नायक, आशीष शर्मा, बसंत कश्यप, रविंद्र सैनी, प्रदीप कोरी, नरेश सैन, लोकेश कश्यप, संजय गुप्ता, संजीव शास्त्री, सनी वर्मा, गोपी वर्मा, दीपक वर्मा, विशाल सिंघल, डॉ. सचिन कुमार, राज कुमार सैनी, अनिल शर्मा, राजू मास्टर, सूरज मिश्रा, सुनील, मुकेश कश्यप, अमित पाल, सोनू पाल, विक्की सैनी, सुनील, विपिन, निर्मल, विनोद, प्रवीण, विकास, अमन वर्मा, मोनू, दिनेश, निखिल और नितिन कुमार आदि मौजूद रहे।