कंपनी ने किया पालिका के साथ फर्जीवाड़ा, चैक बाउंस
मुजफ्फरनगर। एमआईटूसी कंपनी द्वारा अपने कर्मचारियों का वेतन का भुगतान न करने के साथ पालिका में फजीर्वाड़ा करने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी है। तय शर्तों के बीच पालिका द्वारा जब यूजर चार्ज जमा नहीं करने पर कंपनी का भुगतान रोका तो कंपनी की ओर से पालिका को 20 लाख रुपये यूजर चार्ज का भुगतान करने के लिए एक चैक जमा करा दिया। पालिका ने यह चैक बैंक में लगाया तो कंपनी का फर्जीवाड़ा सामने आ गया। कंपनी ने 20 लाख का जो चैक दिया, वो कंपनी के बैंक खाते में पर्याप्त धनराशि के अभाव में बाउंस हो गया, जिस कारण से पालिका प्रशासन को भी असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। एमआईटूसी चैक देकर भुगतान पाने का प्रयास कर रही थी।
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि कंपनी का 20 लाख रुपये के यूजर चार्ज भुगतान संबंधी चैक बाउंस होने और कंपनी के खिलाफ मिल रही शिकायतों पर गठित जांच समिति की रिपोर्ट प्राप्त न होने पर ही अक्टूबर माह का भुगतान कंपनी को नहीं किया है। कर्मचारियों को वेतन देने की व्यवस्था कंपनी को खुद करनी है, यदि काम नहीं होता है तो कंपनी की जवाबदेही है।