भाकियू ने कलेक्ट्रेट को घेर दिया धरना, सौंपा ज्ञापन
किसान समस्याओं के निदान के साथ गन्ना मूल्य वृद्धि की मांग
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन टिकैत द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर प्रदेशव्यापी जिला मुख्यालय स्तर के आंदोलन की कड़ी में मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में धरना देते हुए प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। किसान समस्याओं के निदान की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में संपन्न धरने पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत स्वयं मौजूद रहे। इससे पूर्व भाकियू कार्यकर्ता महावीर चौक कार्यालय पर एकत्र हुए, जहां से जिलाध्यक्ष चौ. नवीन राठी के नेतृत्व में तमाम कार्यकर्ता और किसान काफिले के रूप में जिला कलेक्ट्रेट कंपाउंड में पहुंचे और वहां एक पंचायत का आयोजन किया।
कलेक्ट्रेट परिसर स्थित मैदान में भाकियू के कार्यकताओं को संबोधित करते हुए राष्टÑीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा किसानों की हमेशा अनदेखी की जाती है, वहीं कुछ विभाग ऐसे हैं जो किसानों पर अनावश्यक दबाव बनाकर उनका शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले में बिजली विभाग वास्तव में किसानों का शोषण कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भाकियू किसानों का एक समुद्र रूपी संगठन है, जो किसानों के साथ अन्याय बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने शासन प्रशासन को चेताते हुए कहा कि किसानों के गन्ने का अविलंब भुगतान और गन्ने का उचित मूल्य किसान को मिलना चाहिए। बिजली विभाग को उन्होंने चेताया कि किसानों के शोषण कार्य शैली बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगी। किसान संगठन से आए कुछ कार्यकर्ताओं को यूनियन में शामिल करते हुए चौधरी टिकैत ने कहा कि जो भी कार्यकर्ता शामिल हुए उन सभी का स्वागत है और सभी मिलकर कार्य करें।
जिलाध्यक्ष चौधरी नवीन राठी ने कार्यक्रम में आए सभी किसानों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का हृदय से आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे किसानों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए 24 घंटे तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह जिला बाबा टिकैत का है यहां अधिकारियों को किसानों के साथ में सम्मानपूर्ण तरीके से व्यवहार करना पड़ेगा और उनकी हर समस्या का समाधान करना पड़ेगा अन्यथा अफसर आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहें। पंचायत की अध्यक्षता सरदार वीर सिंह व संचालन चौ. शक्ति सिंह ने किया। पंचायत में मुख्य रूप से ओमपाल मलिक, धीरज लाठियान, ओमप्रकाश शर्मा, चौ. सत्येंद्र बालियान, जहीर फारूखी प्रदेशाध्यक्ष अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, योगेश शर्मा, श्याम पाल चेयरमैन, स. गुरमेल सिंह बाजवा, सत्येंद्र पुंडीर, बलराम सिंह, सोनिया सैनी आदि ने मुख्य रूप से वक्तव्य रखा। इस दौरान मुख्य रूप से गुलशन चौधरी, योगेश बालियान, सत्येंद्र चौहान, जितेंद्र बालियान, मानसिंह मलिक, पवन त्यागी, विकास चौधरी, देव अहलावत, ललित त्यागी, संजीव पंवार, प्रमोद अहलावत, बिट्टू ठाकुर, अमित जड़ौदा, अंकित राठी, प्रवेंद्र ढाका, सत्येन्द्र सैनी, मोनू ठाकुर, नितिन राठी, एहसान, जोगेन्द्र, उदय सिरोही, सतीश, रणधोल राठी, प्रदीप शर्मा, बूटा सिंह, नितिन राठी, अमरजीत सिंह, जयवीर सिंह आदि सैंकड़ों कार्यकर्त्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।