रिश्वतखोर विद्युत कर्मचारी को एक्सईएन ने किया सस्पेंड
टीम द्वारा मेरठ कोर्ट में पेश करने के बाद भेजा जेल जुर्माने की रकम आधी कराने के नाम पर मांगी थी रिश्वत
मुजफ्फरनगर। विद्युत उपभोक्ता से लगे जुर्माने की रकम को आधा कराने के नाम पर मांगी रिश्वत के पांच हजार रुपए लेते रंगे हाथों एंटी करप्शन की टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़े विद्युत कर्मी पर विभागीय कार्यवाही की गई है। अधिशासी अभियंता टाउनहाल ने आरोपी कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है। वहीं पुलिस ने आरोपी को मेरठ कोर्ट में पेश करने के साथ कोर्ट के आदेश पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जेल भेज दिया।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महमूदनगर निवासी कारपेंटर जहांगीर के अनुसार 26 जून को जब वह घर नहीं था इस दौरान न्यू रुड़की रोड बिजलीघर के टीजी-टू कर्मचारी मनीष गुप्ता अन्य कर्मियों के साथ उसके घर पहुंचा और मीटर खराब बताकर बदल दिया और उसको फोन पर यह जानकारी दी। बाद में बताया कि उसका विद्युत मीटर जांच में टैम्पर्ड पाया गया है। इसके लिए 1 लाख 77 हजार रुपये से ज्यादा का जुर्माना विभागीय अफसरों ने लगाया है। जहांगीर ने इसे कम करने का आग्रह किया। आरोप है कि मनीष ने जुर्माने को आधा कराने के नाम पर रिश्वत में पैसों की डिमांड की। उसने अपनी पत्नी के जेवरों को गिरवी रखकर 50 हजार रुपए दिए। बाद में 15 हजार रुपये और दिए। इसके बाद 5 हजार के लिए उस पर कई दिनों से मनीष दबाव बना रहा था। इससे परेशान होकर जहांगीर ने 17 अगस्त को सहारनपुर एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी, जिसके बाद मनीष को पकड़ने का जाल बिछाया गया। शुक्रवार सुबह मनीष ने जहांगीर को रिश्वत की रकम देने के लिए कच्ची सड़क पर पेड़ वाली गली में बुलाया। वहां उससे उसने पांच हजार रुपये लिए। इस दौरान एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया और सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम टाउनहाल के अधिशासी अभियंता डीसी शर्मा ने बताया कि एंटी करप्शन टीम द्वारा रिश्वत लेने के आरोप में न्यू रुड़की रोड बिजलीघर पर तैनात टीजी-2 मनीष गुप्ता को प्रथम दृष्टया जांच में आचरण नकारात्मक पाये जाने पर उसको सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने बताया कि आरोपी जेल में है, इस कारण उसे नोटिस जारी नहीं किया जा सकता, जेल से आने के बाद इस प्रकरण में विभागीय स्तर पर जांच कराई जायेगी।