अफसरों की अनदेखी से पालिका क्षेत्र में बंद हो रही वाहन पार्किंग
पालिका का हो रही राजस्व की भारी हानि
मुजफ्फरनगर। नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों की अपेक्षा के चलते शहरी क्षेत्र में एक के बाद एक वाहन पार्किंग बंद होती जा रही है। जिससे नगर पालिका को राजस्व का नुकसान हो रहा है, वहीं बीच शहर में कोई वाहन पार्किंग ना होने के कारण लोगों को परेशानियां उठानी पड रही है। पिछले कुछ सालों में नगर पालिका की करीब छह वाहन पार्किंग बंद हो चुकी है। वर्तमान में मात्र चार वाहन पार्किंग विभिन्न स्थानों पर चल रही है। शहरी क्षेत्र में स्ट्रीट और दिव्यांगजनों के लिए भी कोई वाहन पार्किंग की सुविधा अभी नहीं है। शहरी क्षेत्र में चल रही चार वाहन पार्किंग में ठेकेदारों की मनमानी चल रही है। लोगों से निर्धारित शुल्ल से अधिक वसूली की जा रही है।
शहरी क्षेत्र में नगर पालिका की दस से अधिक वाहन पार्किंग थी। शहर में विभिन्न स्थानों पर बनी वाहन पार्किंग का नगरवासी और देहात क्षेत्र से शहर में खरीददारी करने आ रहे लोगों को काफी लाभ था, लेकिन पिछले कुछ समय में नगर पालिका की करीब छह वाहन पार्किंग बंद हो गई है। सबसे पहले गोल मार्किट के बाहर बनी वाहन पार्किंग को तत्कालीन डीएम के द्वारा बंद करा दिया गया था। इसके बाद नगर पालिका की जानसठ रोड, कोर्ट रोड, दूरसंचार के बाहर और कम्पनी बाग, झांसी रानी रोड पर वाहन पार्किंग बंद हो गई। वर्तमान में नगर पालिका की दो वाहन पार्किंग रेलवे रोड, टाउन हाल मैदान, तहसील सदर पर चल रही है। इसके अलावा पाल धर्मशाला के सामने स्थित वाहन पार्किंग के ठेके की इस बार नीलामी नहीं हो पायी। वाहन पार्किंग ना होने के कारण शहर में भयंकर जाम की स्थिति लगी रहती है। जो वाहन पार्किंग चल रही है वहां पर निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली की जा रही है। ठेकेदारों के द्वारा पार्किंग में शुल्क बोर्ड भी नहीं लगाया हुआ है।
इन्होंने कहा
कर अधीक्षक नरेश शिवालिया ने बताया कि शहरी क्षेत्र में वर्तमान में चार वाहन पार्किंग चल रही है। पालधर्म शाला के बाहर स्थित वाहन पार्किंग के ठेकी की अभी तक नीलामी नहीं हो पायी है। शहर में स्ट्रीट पार्किंग और दिव्यांगों के लिए पार्किंग की अभी कोई व्यवस्था नहीं है।