जनपद के 19 ग्राम पंचायतों के सचिव व प्रधान अनियमितता में फंसे
तीन करोड़ की रिकवरी का नोटिस जारी, मचा हड़कंप
वर्ष 2021-22 में जनपद में 498 ग्राम पंचायत थी। जिनमें करोडों की धनराशि के विकास कार्य कराए गए है। इसके बाद 11 गांव नगर पालिका में शामिल हो गए। वर्तमान में 487 ग्राम पंचायत शेष रह गई है। शासन स्तर से आयी टीम के द्वारा वर्ष 2021-22 के विकास कार्यों का ऑडिट किया गया है। जिसमें करीब 3 करोड की वित्तीय अनियमितता पायी गई है। खतौली ब्लाक के गांव मंसूरपुर में 49.16 लाख, अंतवाडा में 24.86 लाख, खान्नूपुर में 78 हजार की वित्तीय अनियमितता पायी गई है। सदर ब्लाक के गांव रामपुर में 14.12 लाख, गढी दुर्गनपुर में 4.60 लाख, मोलाहेडी में 2.99 लाख, लछेडा में 18.60 लाख की वित्तीय अनियमितता प्रकाश में आयी है। जानसठ ब्लाक के गांव अहरोडा में 3.61 लाख, निजामपुर में 4.54 लाख, रसूलपुर में 19.97 लाख, मुझेडा सादात में 54.82 लाख, जटवाडा में 24.15 लाख और नंगली महासिंह में 4.68 लाख की वित्तीय अनियमितता पायी गई है। मोरना ब्लाक के गांव सिकरी में 13.77 लाख, चरथावल ब्लाक के गांव न्यामू में 29.53 लाख, पावटी में 11.07 लाख की वित्तीय अनियमितता पायी गई है। बघरा के गांव सांझक में 1500 रुपए, पुरकाजी के गांव शेरपुर में 17.52 लाख और शाहपुर ब्लाक के गांव हजूर नगर में 2.45 लाख की वित्तीय अनियमितता पायी गई है। इन सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों को रिकवरी नोटिस जारी किए गए है। तत्कालीन ग्राम प्रधानों को नोटिस देने की तैयारी चल रही है।
इन्होंने कहा
जिला पंचायत राज अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि वर्ष 2021-22 के विकास कार्यों का ऑडिट हुआ है। जनपद की 19 ग्राम पंचायतों में करीब तीन करोड की वित्तीय अनियमितता प्रकाश में आयी है। संबंधित ग्राम पंचायत सचिव को रिवकरी नोटिस जारी किए गए है। डीएम स्तर से तत्कालीन प्रधानों को नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है।