मौनी अमावस्या पर अद्भुत संयोग, ज्योतिषाचार्य से जानें स्नान-दान मुहूर्त
स्नान, दान और पुण्य की मौनी अमावस्या सर्वार्थ सिद्धि योग लेकर आ रही है। खास संयोग में आने से इसका महत्व और बढ़ गया है। मौनी अमावस्या सर्वार्थ सिद्धि योग में वरदान लेकर आ रही है। इसके चलते यह पवित्र नदी में स्नान और दान, पुण्य करने से भक्तों के लिए कई गुना फलदायी साबित होगी। इस दिन मौन रहकर गंगा या किसी नदी में स्नान करने की परम्परा है। मान्यता है कि मकर राशि में मौनी अमावस्या का आगमन जब भी होता है तो सूर्य और चंद्रमा गोचरवश एक साथ होते हैं।
इस बार 09 फरवरी शुक्रवार को सुबह 7:23 मिनट से मौनी अमावस्या की तिथि शुरू हो रही है, जो शनिवार 10 फरवरी को सुबह 4:28 बजे समाप्त होगी। इसलिए उदया तिथि के अनुसार, मौनी अमावस्या 10 फरवरी को जरूर है, लेकिन इसकी पूरी तिथि 09 फरवरी को मिल रही है। इसलिए तर्पण और स्नान दान के लिए 09 फरवरी को अमावस्या उत्तम है। पंडित धर्मेन्द्र झा ने जानकारी देते हुए बताया कि मौनी अमावस्या पर इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
यह योग सुबह 07 बजे से रात 11 बजे तक रहेगा। इस योग में पूजा का विशेष विधान है। इस योग को किसी भी शुभ कार्य के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। ग्रहों की स्थिति के बारे में कहा जाए तो इस दिन ग्रहों के राजकुमार अस्त हो रहे हैं। बुध 09 फरवरी को मकर राशि में अस्त हो जाएंगे। इसके बाद 11 फरवरी को शनि अस्त हो रहे हैं। इसलिए मौनी अमावस्या पर किया गया दान बहुत फलदायी माना जाएगा।