शहर से कूड़े उठाने में करोड़ों का खेल, जिम्मेदार मौन
वेतन न मिलने पर कर्मचारियों ने घेरे कंपनी अधिकारी सभी घरों से कूड़ा उठाने में विफल कंपनी का कटा भुगतान
मुजफ्फरनगर। पालिका क्षेत्र को क्लीन एंड ग्रीन बनाने की दिशा में आगे बढ़ी पालिका चेयरपर्सन को नगर पालिका के जिम्मेदार ही पलीता लगाने में लगे हैं। ऐसे में शहर के इस कूड़े में करोड़ों रुपए का खेल होने की चर्चा जोरों पर है, जबकि पालिका प्रशासन इसे लेकर गंभीर नहीं है। दिल्ली की एमआईटूसी कंपनी द्वारा अनुबंध की शर्तों का पालन न करने से समस्या बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर संविदा कर्मियों ने उक्त कंपनी प्रबंधन पर वेतन न देने के आरोप लगाते हुए हड़ताल कर दी और अधिकारियों का घेराव किया। इससे पूर्व वेतन न मिलने के चलते पूर्व में चेयरपर्सन के नई मंडी आवास पर उक्त कर्मी प्रदर्शन कर चुके हैं।
दिल्ली की एमआईटूसी कंपनी द्वारा पालिका से तय शर्तो के बीच नगर क्षेत्र के सभी 86 हजार भवनों से कूड़ा उठाने का जिम्मा लेते हुए अनुबंध किया था, पर उसके द्वारा कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है फिर भी पालिका प्रतिमाह कंपनी को 92 लाख रुपए भुगतान कर रही है। वहीं कम्पनी ट्रिपिंग फीस जमा कराने में भी बड़ा खेल कर रही है। कम्पनी द्वारा पालिका में पूरी ट्रिपिंग फीस भी जमा नहीं कराई जा रही है। शहरी क्षेत्र से प्रतिदिन 300 टन से अधिक कूड़ा निकलता है। शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और डलावघरों से कूड़ा उठाने के लिए पालिका का एमआईटूसी कम्पनी के साथ फरवरी माह में अनुबंध हुआ था। नगर पालिका क्षेत्र में 86 हजार से अधिक आवास है। इनमें से करीब 30 फीसदी घरों से कम्पनी वर्तमान में अपनी मर्जी से कूड़ा उठा पा रही है। शेष 70 प्रतिशत घरों से कम्पनी द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं किया जा रहा है। यही नहीं कंपनी कर्मचारी क्षेत्र में अपनी मर्जी से जिस किसी का जिस दिन कूड़ा उठा लेगी और जब मर्जी न हो तो उसके घर के सामने से यूं ही गुजर जाएंगे, भले ही घर का मालिक अपने हाथ में कूड़े को लिए ही क्यों न खड़ा हो। ऐसा एक नहीं कई बार जिम्मेदार लोगों के साथ में कम्पनी कर्मचारी कर चुके हैं। कंपनी ने जुलाई माह में करीब 12 लाख रुपए ट्रिपिंग फीस नगर पालिका में जमा कराई है। इसके बाद अगस्त माह में उसके द्वारा करीब 27 लाख टिपिंग फीस जमा कराई है। पालिका के द्वारा भुगतान रोकने पर अब कम्पनी द्वारा सितम्बर माह की 20 लाख रुपए टिपिंग फीस जमा कराई है। चर्चा है कि कम्पनी घरों से निर्धारित शुल्क से अधिक ट्रिपिंग फीस वसूली कर रही है, लेकिन पालिका में जमा कराने में कंजूसी कर रही है।
इन्होंने कहा
ईओ पालिका डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि एनआईटूसी कम्पनी द्वारा अभी सभी घरों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। इस संबंध में कम्पनी से सभी घरों से कूड़ा को उठाते हुए ट्रिपिंग फीस जमा करने के निर्देश दिए हैं। अगस्त माह में 27 लाख व सितम्बर माह में 20 लाख रुपए ट्रिपिंग फीस जमा कराई है। ऐसे में कम्पनी भुगतान में कटौती करते हुए सितम्बर माह में करीब 50 लाख रुपए का भुगतान किया है।