उत्तर प्रदेशमुजफ्फरनगर

किसान दिवस में डीएम ने किया आह्वान, भ्रष्टाचार मिटाने को जनता दे हमारा साथ

राजू अहलावत ने भ्रष्टाचार का उठाया मुद्दा, दी चेतावनीे डीएम के सामने ही एक-दूसरे से टकराते दिखे 2 किसान दिग्गज

मुजफ्फरनगर। बुधवार में रिमझिम फुहारों के बीच कलेक्ट्रेट में आयोजित किसान समाधान दिवस में माहौल गरमाहट से परिपूर्ण नजर आया। हालांकि नवांगत डीएम के सामने किसान नेताओं द्वारा खुले मंच से जिले में भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाते हुए व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए। वहीं एक समय ऐसा भी आया जब किसान नेता वर्चस्व की खातिर आमने-सामने होते दिखाई दिए। तमाम समस्या सुनने के बाद किसानों के साथ प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं के निदान कराने के प्रति डीएम ने आश्वस्त किया, वहीं उन्होंने कहा कि यदि कोई अफसर या कर्मचारी काम के बदले रिश्वत मांगे, तो इसकी शिकायत सीधे उनसे करें, शिकायत के सत्य पाए जाने पर शिकायतकर्ता का नाम सामने न आने के साथ ही ऐसे शख्स को 11 हजार रुपये का इनाम के तौर पर स्वयं देंगे।
कलेक्ट्रेट स्थित चौधरी चरण सिंह जिला पंचायत सभागार में बुधवार को किसान समाधान दिवस का आयोजन किया गया। डीएम उमेश मिश्रा और एसएसपी अभिषेक सिंह के साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में संपन्न किसान दिवस में चकबंदी और बिजली से जुड़ी समस्याओं के साथ अन्य मामलों से जुड़ी समस्याओं को अफसरों के सामने उठाया गया। भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने डीएम से शिकायत करते हुए कहा कि खतौली क्षेत्र के गांव तिगाई में रहने वाले एक आचार्य की बिजली विभाग ने रिकवरी काट दी, जबकि उन्हें मामले का पता ही नहीं, करीब 1 साल पुराना छापा दिखाते हुए आचार्य पर जुर्माना और रिकवरी तहसील में भेज दी। तहसील से अमीन रिकवरी का नोटिस लेकर उनके पास पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ। वहीं गांव चौकड़ा में चकबंदी के दौरान चकबंदी लेखपाल राजन कुमार किसानों को परेशान कर रहा है। राजू ने कहा कि एक किसान से प्रकरण निपटाने के लिए डेढ़ लाख रुपये उसने बतौर रिश्वत मांगे हैं, किसान गरीब है परेशान हो रहा है। उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा कि जिले में ऊपर से नीचे तक सिस्टम भ्रष्ट हो चुका है। चकबंदी वाले गांवों में महिलाएं अपने जेवर और किसान घेर गिरवी रखकर रिश्वत की रकम जुटाने को विवश हैं। इसके अलावा वर्ष 2016 में इस चकबंदी प्रक्रिया से परेशान होकर दो किसान आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। राजू ने डीएम के समक्ष आक्रोश जताते हुए कहा कि हम लेखपाल को डेढ़ लाख रिश्वत में तो दे देंगे लेकिन सार्वजनिक रूप से उसे जूतों से भी पीटा जायेगा। वहीं भाकियू के प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान और मंडल युवा अध्यक्ष विकास शर्मा ने चकबंदी, बिजली व नाला व सड़क निर्माण के मुद्दों को उठाने के साथ उनकी जांच व कार्यवाही की मांग की।
किसान नेताओं की बात सुनने के बाद डीएम उमेश मिश्रा ने कहा कि यदि कोई अफसर या कर्मी जिले में सरकारी काम के बदले रुपयों की डिमांड करता है, तो ऐसे में संबंधित सीधे उनसे आकर शिकायत करें, उसकी शिकायत को पूरी तरह गोपनीय रखने के साथ रिश्वत मांगने की पूरी जांच गोपनीय स्तर पर कराई जायेगी और शिकायत सही मिलती है तो ऐसे व्यक्ति को वे खुद अपने स्तर से 11 हजार रुपये का इनाम देकर भी सम्मानित करेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाले सरकारी कर्मचारी या अधिकारी के खिलाफ गंभीर कार्यवाही कराई जायेगी। साथ ही जिले में किसानों की समस्याओं का भविष्य में समाधान प्राथमिकता के आधार पर कराया जाएगा। डीएम ने मिल रही किसानों की समस्याओं को आॅनलाइन दर्ज कराने के साथ उनके समय ये निस्तारण के निर्देश दिए।

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