उत्तर प्रदेशमुजफ्फरनगर

पालिका में फर्जी साइन करने वाले बीसी सोनू मित्तल के खिलाफ कार्यवाही की मांग

पूर्व सभासद विकल्प जैन और सभासद सीमा जैन ने चेयरपर्सन को सौंपा पत्र

मुजफ्फरनगर। चाय वाले के उधार चाय के पैसों के लेनदेन मामले में कोर्ट तक मामला पहुंचने के साथ ही पीड़ित को जारी समन में पालिका की फजीहत से आहत पूर्व वार्ड सभासद व उनकी पत्नी वर्तमान में बोर्ड की सभासद ने चेयरपर्सन को पत्र लिखकर दोषी पर कोई कार्रवाई न होने पर चिंता जताई है। एक चाय वाले के खिलाफ अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए टैक्स विभाग के लाइसेंस पटल पर कार्यरत बीसी सोनू मित्तल के द्वारा टीएस के फर्जी हस्ताक्षर कर एक साथ 13 चालान काटने के कृत्य को लेकर उन्होंने कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
पालिका सभासद सीमा जैन और उनके पति भाजपा नेता पूर्व सभासद विकल्प जैन ने पालिका की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप को पत्र सौंपते हुए मामले को गंभीरता से लेकर कार्यवाही की मांग की है, ताकि कोई कर्मचारी भविष्य में ऐसा गंभीर कृत्य में न कर पाये। वार्ड सभासद ने पत्र में कहा कि चेयरपर्सन ने पालिका में भ्रष्टाचार और गलत आचरण करने वालों के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति पर काम किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ अधिकारी और कर्मचारी अपने गलत कार्य व्यवहार से पालिका व चेयरपर्सन की छवि को धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने लाइसेंस पटल का कार्य देख रहे बीसी द्वारा चाय विक्रेता मंगेश का प्रकरण उठाते हुए कहा कि चाय की उधारी के पैसों को लेकर विवाद के बाद 01 से 18 जुलाई तक पालिका अधिनियम 1916 की धारा-265 में दिए अधिकार का गलत प्रयोग करते हुए रंजिशन झूठा अतिक्रमण बताते हुए एक साथ 13 जुर्माना चालान सोनू मित्तल ने कर दिये। सभासद ने कहा कि इसमें यह तथ्य गंभीर है कि बीसी द्वारा इस कार्यवाही के प्रति विभागीय अफसरों और लाइसेंस पटल के प्रभारी टीएस नरेश शिवालिया को अवगत कराये बिना उनके फर्जी हस्ताक्षर से जुर्माना चालान वाद कायम करते हुए प्रेषित किये गये। यह कृत्य किसी भी प्रकार से क्षम्य नहीं है। मंगेश एक गरीब व्यक्ति है और टाउनहाल गेट नम्बर दो के समक्ष सदर बाजार में छोटा सा चाय का ठिया लगाकर अपने परिवार की आजीविका चला रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कुछ कर्मियों का गलत कार्य व्यवहार सामने आया और गंभीर कार्यवाही न होने से इनके हौंसले बढ़ रहे है। ऐसे में सभासद ने चेयरपर्सन से कठोर कार्यवाही की मांग की, ताकि भविष्य में कोई कर्मचारी ऐसा कृत्य न कर पाये।

इन्होंने कहा-
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि सोनू मित्तल पर फर्जी हस्ताक्षर से चालान कराने के आरोप लगे हैं, जिसे गंभीरता से लेते हुए कर निर्धारण अधिकारी दिनेश कुमार को जांच सौंपी है। कर अधीक्षक द्वारा जांच की जा रही है और सम्बंधित को नोटिस जारी कर जवाब भी तलब किया है। जांच आख्या आने के बाद मामले में अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। किसी के लिए भी ऐसा आचरण बर्दाश्त नहीं होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button