जिले में खांडसारी इकाईयों से अब नहीं मिलेगा नकद भुगतान
इकाई स्वामियों को दिए खाते में डीएम ने भुगतान के निर्देश
मुजफ्फरनगर। चीनी मिलों को गन्ना देने के बाद भी भुगतान पाने के लिए भटकने वाले किसानों को अब खांडसारी उद्योग से नकद भुगतान व्यवस्था पर अब अंकुश लगने जा रहा है। डीएम ने खांडसारी उद्योग को समीक्षा बैठक में जिले में चल रही खाण्डसारी इकाईयों के स्वामियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वो किसानों को गन्ना मूल्य का नकद भुगतान बंद कर चीनी मिलों की भांति उनके बैंक खातों में भुगतान करने का काम करें।
सोमवार को जिला पंचायत के चौ. चरण सिंह सभागार में डीएम उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में खांडसारी इकाईयों के संचालन को लेकर संपन्न हुई समीक्षा बैठक में खांडसारी-कोल्हुओं को लेकर अनेक समस्याओं को उठाया। बैठक में सहायक चीनी आयुक्त ने डीएम उमेश मिश्रा को अवगत कराया कि खांडसारी इकाईयों ने किसानों से खरीदे गए गन्ने का भुगतान आॅनलाईन या बैंक से न होकर सीधे नकद किया जाता है। वहीं खांडसारी इकाई-कोल्हु खराब गुणवत्ता की चीनी में गन्ने का रस मिलाकर गुड़ का उत्पादन करते हंै। डीएम उमेश मिश्रा ने नकद भुगतान की व्यवस्था इसी सत्र से बंद करते हुए इकाईयों को चीनी मिलों की तरह किसानों के बैंक खाते में गन्ना भुगतान को कराने के निर्देश दिये। उन्होंने अपने निर्देशों में कहा कि जनपद में आगामी पेराई सत्र में संचालित खाण्डसारी इकाईयों द्वारा खरीदे गए गन्ना मूल्य का भुगतान ई-ट्रांजेक्शन या बैंक खातों से सीधे किसानों के खाते में शत प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने सहायक चीनी आयुक्त, शामली व गन्ना अधिकारी, मुजफ्फरनगर के साथ बैठक कराकर हर माह खांडसारी इकाई के संचालकों व गन्ना किसानों में जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही खराब गुणवत्ता की चीनी में गन्ने का रस मिलाकर गुड़ का उत्पादन एवं प्रदूषण करने वाली खांडसारी इकाईयों और कोल्हुओं का प्रदूषण व एफएसडीए से समन्वय स्थापित करते हुए संयुक्त टीम बनाकर औचक निरीक्षण करने और अनियमितता मिलने पर उनके विरुद्ध कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में खांडसारी इकाई संचालकों के साथ सहायक चीनी आयुक्त मुजफ्फरनगर व शामली, गन्ना अधिकारी, खांडसारी अधिकारी, क्षेत्रीय खांडसारी निरीक्षक एवं खांडसारी इकाई प्रतिनिधि मौजूद रहे।