भीमराव अम्बेडकर बौद्ध ट्रस्ट ने पिछड़ी जाति वालों को एससी प्रमाण पत्र देने पर जताया रोष
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश राज्य में गैर अनुसूचित जाति समुदायों जैसे गडरिया, पाल, बघेल, धनगर, और हिन्दू जुलाहा, कोली, कबीरपंथी, बुनकर द्धपिछडी जाति) के व्यक्तियों को अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र निर्गत न किये जाने के सम्बन्ध में डा. भीमराव अम्बेडकर बौद्ध ट्रस्ट के तत्वावधान में दलित समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए आरक्षण बंटवारे पर आक्रोश जताया।
शनिवार को ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ सैंकड़ों की संख्या में दलित समाज के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी की। इस दौरान एक ज्ञापन अपर जिलाधिकारी वित्त गजेन्द्र कुमार को सौंपा। इसमें कहा गया कि अनुसूचित जाति के विभिन्न संगठनों के द्वारा पूर्व में भी कई बार दिये गये हैं, जिसमें यह मांग की थी कि जिले की सभी तहसीलों के तहसीलदारों को आदेशित किया जाये कि पिछडी जाति के व्यक्तियों को अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र निर्गत न करें। उपरोक्त जातियों के व्यक्तियों के द्वारा समय-समय पर अनैतिक रूप से दबाव व भ्रमित करके तहसील व कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर समय समय पर ज्ञापन, धरना प्रदर्शन करते रहते हैं। कहा गया कि हमारी मांग का शीघ्र संज्ञान न लिया गया तो अनुसूचित जाति के सामाजिक संगठनों व सभी व्यक्तियों के द्वारा भी विरोध धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हांेगे। ज्ञापन देने के समय जीत सिंह बौद्ध, राजबल राणा, नरेन्द्र डाबर, मोतीराम, जय प्रकाश नगोरिया, बाबू सिंह बौद्ध, जसपाल सिंह, चन्द्रपाल सिंह, गजे सिंह, कोतवाल सिंह, फूल सिंह, राजकुमार, चैन पाल, सुरेन्द्र कुमार, जयपाल सिंह, राकेश कुमार आदि अन्य लोग उपस्थित रहे।