मंसूरपुर पुलिस ने रिहायशी इलाके से बरामद की आतिशबाजी
जनरल स्टोर में किया था अवैध भंडारण, खतौली निवासी दुकान मालिक गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर। थाना मंसूरपुर पुलिस द्वारा आगामी त्यौहार दिवाली के मद्देनजर रिहायशी इलाके में स्थित दुकान से भारी मात्रा में आतिशबाजी बरामद करते हुए बिना लाइसेंस लिए ही अवैध रूप से भारी मात्रा में आतिशबाजी का भंडारण करने के आरोप में खतौली निवासी दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस कार्यवाही से दूसरे दुकानदारों में भी हड़कम्प मचा हुआ है।
मंसूरपुर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह ने बताया कि जनपद मुजफ्फरनगर में आगामी त्योहारो दिवाली आदि को सकुशल सम्पन्न करने हेतु अवैध रूप से आतिशबाजी का भंडारण करने वालों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत मंगलवार को थाना मंसूरपुर पुलिस द्वारा थाना मंसूरपुर क्षेत्र के मिल मंसूरपुर की शिव मार्किट में स्थित दुकान प्रिन्सी जनरल स्टोर में अवैध रूप से भंडारण किये हुये आतिशबाजी के छोटे बड़े 17 कर्टन बरामद किये। इन कर्टन में भिन्न भिन्न मार्का की करीब 380 किलोग्राम आतिशबाजी भरी हुई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि गत रात्रि के समय मुखबिर खास से सूचना मिली कि मिल मंसूरपुर में स्थित दुकान प्रिन्सी जनरल स्टोर शिव मार्केट में अवैध रूप से आतिशबाजी का भंडारण किया हुआ है। सूचना के बाद उप निरीक्षक कुवरपाल सिंह ने दुकान में मंगलवार को पहुंचकर छापामार कार्यवाही की। इस दौरान दुकान में रखी 17 कर्टन को बारी बारी खोलकर चैक किया गया तो अलग अलग मार्का के छोटे बडे़ पटाखे तथा कुछ खुले हुये आतिशबाजी कर्टन में बरामद हुए। इसके बाद दुकान मालिक कौशल कुमार पुत्र वेदप्रकाश निवासी शेखपुरा थाना खतौली को गिरफ्तार कर लिया गया। कौशल कुमार ने सख्ती से पूछताछ करने पर पुलिस को बताया कि उसने यह आतिशबाजी दीपावली पर बेचने के लिये भण्डारण की है, इसके लिए उसके पास कोई भी लाइसेंस नही है। एसएचओ ने बताया कि बिना लाइसेंस अवैध रूप से आतिशबाजी को भंडारित करने और रिहायशी क्षेत्र में आतिशबाजी रखकर जन मानस को हानि व आगामी दिनों में अन्य कोई अप्रिय घटना घटित होने की संभावना पैदा करने के आरोप में कौशल कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए उसको जेल भेज दिया गया है। आरोपी दुकानदार को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक कुवरपाल सिंह के अलावा कांस्टेबल विकास कुमार, चन्द्रवीर सिंह और अमित कुमार शामिल रहे। मुकदमे की विवेचना वरिष्ठ उप निरीक्षक शिव कुमार शर्मा को सौंपी गई है।